“थ्रोनिंग” – Gen Z की नई डेटिंग ट्रेंड, जानिए क्या है इसका मतलब
आजकल सोशल मीडिया और डेटिंग कल्चर में एक नया ट्रेंड तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसका नाम है “थ्रोनिंग”। “घोस्टिंग,” “ब्रेडक्रंबिंग,” और “सिचुएशनशिप्स” जैसे पॉपुलर डेटिंग टर्म्स के बाद, “थ्रोनिंग” अब Gen Z का नया तरीका बन गया है। लेकिन असल में थ्रोनिंग का मतलब क्या है और यह अचानक इतना लोकप्रिय क्यों हो गया है?
क्या है थ्रोनिंग?
थ्रोनिंग का मतलब है किसी ऐसे पार्टनर को डेट करना जो आपके सोशल स्टेटस और रिप्यूटेशन को बढ़ाता है। आसान शब्दों में कहें तो, यह किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रिश्ता बनाना है जो समाज में आपकी छवि को ऊंचा कर सके।
रिलेशनशिप विशेषज्ञ सिद्धार्थ कुमार के अनुसार, “थ्रोनिंग का अर्थ है किसी ऐसे व्यक्ति के साथ डेट करना जो आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा और आत्म-सम्मान को बढ़ाता है।” इस प्रक्रिया में व्यक्ति अपने पार्टनर के व्यक्तित्व से ज्यादा उनके सोशल स्टेटस को महत्व देता है।
हालांकि यह विचार नया नहीं है। डेटिंग ऐप्स पर अक्सर लोग ऐसे पार्टनर की तलाश में रहते हैं जो उनके स्तर से “ऊपर” हो। लेकिन थ्रोनिंग एक नया और मॉडर्न तरीका है, जो पारंपरिक गोल्ड-डिगिंग रणनीति का अपडेटेड वर्जन है। आजकल समाज में किसी की सोशल पोजिशन उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी आर्थिक स्थिति।
Gen Z क्यों कर रही है थ्रोनिंग को प्राथमिकता?
दिल्ली की रिलेशनशिप एक्सपर्ट कल्पना सिंह के अनुसार, “थ्रोनिंग का मुख्य उद्देश्य होता है सोशल वैलिडेशन पाना, एक्सक्लूसिव सोशल सर्कल तक पहुंच बनाना, आत्म-सम्मान बढ़ाना और सोशल मीडिया पर प्रभाव बढ़ाना।”
हालांकि थ्रोनिंग से समाज में शॉर्ट-टर्म फायदें हो सकते हैं, लेकिन रिश्ते पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है। सिंह का कहना है, “ऐसे रिश्ते जो केवल सोशल स्टेटस पर आधारित होते हैं, उनमें प्रेम, रुचि और घनिष्ठता की कमी होती है। थ्रोनिंग में सच्चे जुड़ाव की जगह प्रभाव को प्राथमिकता दी जाती है।”
क्या थ्रोनिंग लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप के लिए सही है?
रिसर्च के अनुसार, अधिकांश डेटिंग ऐप यूजर्स ऐसे पार्टनर की तलाश करते हैं जो उनसे 25% ज्यादा आकर्षक हो। यह दर्शाता है कि लोग ऐसे पार्टनर के साथ जुड़ना चाहते हैं जो समाज में अधिक प्रतिष्ठा रखते हैं।
सिद्धार्थ कुमार का कहना है कि उन्होंने “स्टेटस-बेस्ड डेटिंग” के कई उदाहरण देखे हैं, जिसमें लोग अपने से “ज्यादा आकर्षक और प्रभावशाली” साथी की तलाश में रहते हैं। हालांकि यह एक क्षणिक संतुष्टि दे सकता है, लेकिन लॉन्ग-टर्म रिश्ते के लिए यह टिकाऊ नहीं है।
2025 में डेटिंग का भविष्य
NY पोस्ट के अनुसार, 2025 में थ्रोनिंग के अलावा अन्य डेटिंग ट्रेंड भी उभर रहे हैं, जैसे:
- “फ्रीक मैचिंग” – ऐसे व्यक्ति से मिलना जो आपकी अजीब आदतों को साझा करता हो।
- “यैप-ट्रैपिंग” – ऐसे व्यक्ति के साथ फंस जाना जो लगातार बात करता रहता है।
थ्रोनिंग भले ही एक दिलचस्प ट्रेंड हो, लेकिन यह याद रखना ज़रूरी है कि सच्चे रिश्ते प्रेम, आपसी सम्मान और समझ पर आधारित होते हैं, न कि केवल सामाजिक प्रतिष्ठा पर।